Videotranskripcija
मैं अपने बेड्रूम की खिर्की से बाहर देख रहा था, जहां शाम की हलकी हवा चांदनी को तारों की तरह उडाती हुई मेरे छेहरे पर पड़ रही थी।
मुंबई की ये रातें कभी पुरानी नहीं होती पर आज कुछ अलग सा एहसास था।
मेरे फोन पर एक मैसेज आया था, कल सुभए की फ्लाइट है, आज रात को मिलना है। उसका नाम पढ़ते ही मेरे बदन में आग सी भाग गई। उससे मिलने के लिए मैं कब से तरस रहा था।
हम दोनों की पहली मुलाकात एक कॉर्पुरेट इवेंट में हुई थी, वो एक मॉडल थी, उसका नाम रिया। उसके होंठों पर हमेशा एक मुस्कान रहती थी, जैसे वो दुनिया को छेड रही हो। उसकी आँखें, जो हमेशा काजल से भरी रहती थी, एक नजर में ही कि
उसने मेरे बदन के कर्व्ज साफ नजर आ रहे थे।